Latest 135+ Desh Bhakti Shayari in Hindi 2025

हर भारतीय के दिल में Desh Bhakti Shayari का एक खास स्थान होता है। यह न सिर्फ देश के प्रति हमारे प्यार और समर्पण को दर्शाती है, बल्कि वीर जवानों की कुर्बानी को सलाम करने का भी सबसे बेहतरीन तरीका है। चाहे 15 August Desh Bhakti Shayari हो, 26 January Desh Bhakti Shayari या फिर Army Desh Bhakti Shayari, ये शब्द हमारे दिल में देशभक्ति की लौ जलाए रखते हैं।
Desh Bhakti Shayari

जाँ से प्यारा वतन है हमारा
हम तो इसके पहरेदार रहेंगे
सौ जनम भी लुटा दें इसके लिए
तब भी हम इसके कर्जदार रहेंगे !!

मेरे रगो का लहू जो तेरे काम आये
काश ऐसा मै कोई काम कर जाता
तेरे शान को यूं ही बनाये रखने के लिए
जंग-ए-मैदान में फिर से उतर जाता !!

सुना है कुछ नक्कार
हमारी वीरता का सबूत मांगते है
ज़रा भेजो तो उन्हें सरहद पर
सिरफिरे खुद के लिए ताबूत माँगते है !!

भारत माता की जय हम सब कहते हैं
देश के वीर जवानों को नमन करते हैं
उन शहीदों की कुर्बानियों को सलाम करते हैं
जो हमें अमन और चैन का जीवन देते हैं !!

हिमालय से उंचा रहे सर इसका हमने दिल में ठाना है
रंग दो बसंती चोला मेरा हमको सरहद पर जाना है
कोई नजर न इसकी और उठे ऐसे पहरेदारी हो
दुश्मन की छाती पर तिरंगा फिर से लहराना है !!

हम पहरेदार है इसके हम इसके रखवाले है
प्यारे वतन के खातिर हम जाँ भी लुटाने वाले हैं
इसकी हमको हर एक बात निराली लगती है
सौ जीवन कुर्बान हैं इसपर हम ऐसे मतवाले हैं !!
Desh Bhakti Shayari in Hindi

दुनिया में महकता हुआ चमन चाहता हूँ
शान्ति उन्नति से भरा गगन चाहता हूँ
जान जाए इसके खातिर कोई गम नहीं
बाद मरने के बस तिरंगा कफ़न चाहता हूँ !!

जब आँख खुले तो धरती हिंदुस्तान की हो
जब आँख बंद हो तो धरती हिंदुस्तान की हो
हम मर भी जाए तो कोई गम नही लेकिन
मरते वक्त मिट्टी हिंदुस्तान की हो !!

हर वक़्त मेरी आँखो मे मातृभूमि का सपना हो
जब कभी मरू तो तिरंगा मेरा कफ़न हो
और कोई तमन्ना नही है जीवन मे
जब कभी भी जन्म लू तो भारत मेरा वतन हो !!

तिरंगा है आन मेरी, तिरंगा ही है शान मेरी
तिरंगा रहे सदा ऊँचा हमारा
तिरंगे से है धरती महान मेरी !!

कुछ नशा तिरंगे की आन का है
कुछ नशा मातृभूमि की मान का है
हम लहरायेंगे हर जगह ये तिरंगा
नशा ये हिन्दुस्तान की शान का है !!

चाहे जान की बाजी लगा देंगे हम
दुश्मनों को वतन से मिटा देंगे हम
है कसम इस तिरंगे की वतन के लिए
ये तिरंगा उनके सीने पर लहरा देंगे हम !!
15 August Desh Bhakti Shayari

गूँज रहा है दुनिया में भारत का नगारा
चमक रहा आसमान में देश का सितारा
आज़ादी के दिन आओ मिलके करें
दुआ की बुलंदी पर लहराता रहे तिरंगा हमारा !!

हमे नशा तिरंगें कीं आंन का हे
कुछ नशाँ मातृभूमि कीं शांन का हे
लहरायेगें यें तिरंगां
नशा ये भारत माँ के शांन का हे !!

काश मरने के बाद भी वतन के काम आता
शहीदों के दुनिया में अपना भी नाम आता
हंस के लुटा देते जान इस वतन के लिए
कोई फिक्र नहीं होती गर ऐसा मुकाम आता !!

न झुकने देना कभी इसके मान को
न मिटने देना कभी इसकी शान को
चाहे कुर्बान करनी पड़े जान को
अपने सीने से इसको लगाए रखना
ये तिरंगा यूं ही उठाये रखना !!

आज़ादी की कभी शाम नहीं होने देंगे
शहीदों की कुर्बानी बदनाम नहीं होने देंगे
बची हो जो एक बूंद भी गरम लहू की
तब तक भारत माता का
आँचल नीलाम नहीं होने देंगे !!

दिल हमारे एक हैं एक ही है हमारी जान
हिंदुस्तान हमारा है हम हैं इसकी शान
जान लुटा देंगे वतन पे हो जायेंगे कुर्बान
इसलिए हम कहते हैं मेरा भारत महान !!
Army Desh Bhakti Shayari

मिलते नही जो हक वो लिए जाते हैं
है आजाद हम पर गुलाम किये जाते हैं
उन सिपाहियों को रात-दिन नमन करो
मौत के साए में जो जिए जाते हैं !!

मुझे न तन चाहिए न मन चाहिए
अमन से भरा यह वतन चाहिए
जब तक जिन्दा रहू इस मातृभूमि के लिए
और मरु तो तिरंगा कफन चाहियें !!

वतन की मोहब्बत में खुद को तपाये बैठे हैं
मरेंगे वतन के लिए शर्त मौत से लगाये बैठे हैं !!

हर वक़्त मेरी आँखों में देशप्रेम का स्वप्न हो
जब कभी भी मृत्यु आये तो तिरंगा मेरा कफन हो
और कोई ख़्वाहिश नही ज़िन्दगी में
जब कभी जन्म लू तो भारत मेरा वतन हो !!

सरहद तुम्हें पुकारे तुम्हें आना ही होगा
कर्ज अपनी मिट्टी का चुकाना ही होगा
दे करके कुर्बानी अपने जिस्मो-जां की
तुम्हे मिटना भी होगा मिटाना भी होगा !!

बस ये बात हवाओं को बताये रखना
रौशनी होगी चिरागों को जलाये रखना
लहू देकर जिसकी हिफाज़त की शहीदों ने
उस तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना !!
Desh Bhakti Shayari 2 Line

मैं इसका हनुमान हूँ ये देश मेरा राम है
चीर के देख लो सीना मेरा इसमें हिंदुस्तान है !!

दे सलामी इस तिरंगे को जिस से तेरी शान है
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका जब तक दिल में जान है !!

कतरा-कतरा मेरे लहू का इस वतन के काम आएगा
मेरे जाने के बाद भी तिरंगा हिमालय पर ऐसे मुस्कराएगा !!

वो ज़िन्दगी ए के जिसमे देश भक्ति ना हो
अर वा मौत ए के जो तिरंगे म ना लिपटी हो !!

जो अब तक ना खौला वो खून नही पानी हैं
जो देश के काम ना आये वो बेकार जवानी हैं !!

इस वतन के रखवाले हैं हम शेर ए जिगर वाले है हम
मौत से हम नही डरते मौत को बाँहों में पाले है हम !!
Shayari Desh Bhakti

जो फूल था कभी अब अंगारा हो गया
ये दुश्मन तेरे खातिर गर्म लहू हमारा हो गया है !!
मर मिटेंगे हम अपने वतन के लिए
जान कुर्बान है प्यारे चमन के लिए
हमसे हमारी अब हसरत न पूछो
बाँध रखा सर पे तिरंगा कफ़न के लिए !!

मिटा दिया है वजूद उनका जो भी इनसे भिड़ा है
देश की रक्षा का संकल्प जो सच्चे दिल से लिया है !!
ये जोश कभी कम नहीं होगा वीरों के बलिदानों से आया है
कितनो ने लहू बहाया है तब जा के तिरंगा पाया है !!
Desh Bhakti Par Shayari

छोड़ो कल की बातें कल की बात पुरानी
नए दौर में लिखेंगे मिल कर नयी कहानी
हम हिंदुस्तानी !!
किसी गजरे की खुशबू को महकता छोड़ आया हूँ
मेरे हिस्से की धरती को मैं तन्हा छोड़ आया हूँ
मुझे छाती से अपनी तू लगा लेना ऐ भारत माँ
मैं अपनी माँ की बाहों को तरसता छोड़ आया हूँ !!

वतन है मेरा सबसे महान
प्रेम सौहार्द का दूजा नाम
तन-ए-बस पर है सब कुर्बान
शांति का दूत है मेरा हिन्दुस्तान !!
दाबोगे अगर और उभर आयेगा भारत
हर वार पर कुछ और निखर जायेगा भारत
दस-बीस जाहिलों को ग़लतफ़हमी हुई है
दो-चार धमाको से ही डर जायेगा भारत !!
Desh Bhakti Shayari 15 August

सदा ही लहराता रहे ये तिरंगा हमारा
सारे जहां से अच्छा हिन्दुस्तान हमारा !!
आज सलाम है उन वीरों को
जिनके कारण ये दिन आता है
वो माँ भी खुशनसीब होती है
बलिदान जिसके बच्चों का
देश के काम आता है !!

जलते भी गए कहते भी गए आज़ादी के परवाने
जीना तो उसी का जीना है जो वतन पे मारना जाने !!
आज के दिन उस मंज़र को याद करे
शहीदो की देश भक्ति को याद करे
जब मिली थी आजादी हमको खून के बदले
आओ उन देश प्रेमियो को याद करे !!
Dard Desh Bhakti Shayari

झुकने न देंगे तेरे स्वाभिमान को
चाहे दावं पर लगानी पड़े जान को
हम मिट गए तो कुछ गम नहीं
मिटने न देंगे तेरी पहचान को !!
आन देश की शान देश की देश की हम संतान हैं
तीन रंगों से रंगा तीरंगा अपनी यही पहचान है !!

ना दौलत ना दे शोहरत कोई सिकवा नहीं
बस भारत माँ की संतान बना देना
हो जाऊ सहीद तो बस तिरंगे में लिपटा देना !!
देशभक्तों से ही देश की शान है
देशभक्तों से ही देश का मान है
हम उस देश के फूल हैं यारों
जिस देश का नाम हिंदुस्तान है !!
Shayari on Desh Bhakti

ना सरकार मेरी है न रौब मेरा है
ना बड़ा सा नाम मेरा है
मुझे तो एक छोटी सी बात का गौरव है
में हिंदुस्तान का हूँ और हिंदुस्तान मेरा है !!
सींच दू खून से अगर इस चमन के काम आए
काश मेरा लहू भी मेरे वतन के काम आए
न जाने कौनसी घडी आख़री हो हमारी
ये तन मन धन फिर वतन के कामा आए !!

इश्क तो करता है हर कोई
महबूब पर मरता है हर कोई
कभी वतन को महबूब बना कर देखो
तुझ पर मरेगा हर कोई !!
हम फौलादी जिगर वाले हैं वतन पर खुद को लुटा देंगे
हमसे यूं न टकराना कभी हस्ती तुम्हारी सब मिटा देंगे !!
Desh Bhakti Shayari Attitude

आजादी की कभी शाम ना होंगे देंगे
शहीदों की कुर्बानी बदनाम ना होने देंगे
बची है लहू की एक बूँद भी रगों में
तब तक भारत माता का आँचल नीलाम ना होने !!
वतन की मोहब्बत में खुद को तपायेंगे
जहां जरूरत होगी अपनी जान लुटायेंगे
क्योंकि भारत हमारा देश है प्यारा
इसे हम नहीं मिटने देंगे दुश्मनों से बचायेंगे !!

जो सीने में जली है बुझने वाली नहीं है
आग दुश्मनों के लिए है रुकने वाली नहीं है
जान भी कुर्बान कर देंगे इस वतन के लिए
शान वतन की अब झुकने वाली नहीं है !!
वीरों के बलिदान को याद रखें
उनके नक्शेकदम पर हम भी चले
भारत माँ की सेवा में सदा रहें
यही संदेश हम हर दिल में भरें !!
Emotional Attitude Desh Bhakti Shayari in Hindi

है जान जब तक मेरे सीने में हमारी
वतन की शान को न मिटने देंगे
हम वीर सपूत हैं हम बलिदानी हैं
अपने इस चमन को लहू से सीच देंगे !!
सौ जन्मो तक उनके अहसानों को भुला नहीं सकते
हम सर कटा सकते हैं लेकिन झुका नहीं सकते
खींच दी हैं लकीरें जो अपने जिगर के लहू से
तुम लाख कोशिस करलो इसे मिटा नहीं सकते !!

मिट्टी की सौंधी खुशबू में वतन की यादें बसती हैं
दिल में देशभक्ति की आग सदा ही जलती है !!
भारत का वीर जवान हूँ मैं,
ना हिन्दू ना मुसलमान हूँ मैं
जख्मो से भरा सीना हैं मगर
दुश्मन के लिए चट्टान हूँ मैं
भारत का वीर जवान हूँ मैं !!
Desh Bhakti Shayari 26 January

चाहता हूँ कोई नेक काम हो जाए
मेरी हर साँस देश के नाम हो जाए !!
ये देश है वीर जवानों का अलबेलों का, मस्तानों का
इस देश का यारों क्या कहना ये देश है दुनिया का गहना !!

कोई और आरज़ू नहीं है आरज़ू तो ये है
रख दे कोई जरा सी खाक ए वतन कफन में !!
बड़े शौक से सुन रहा था जमाना
हम ही सो गए दास्तां कहते-कहते
वतन की मोहब्बत में खुद को तपायेंगे
जहां जरूरत होगी अपनी जान लुटायेंगे !!
Final Words
देशभक्ति सिर्फ एक भावना नहीं, यह हमारी आत्मा में बसती है। अगर आपको ये Desh Bhakti Shayari पसंद आई, तो इसे अपने दोस्तों और परिवार के साथ जरूर शेयर करें। अपनी मातृभूमि से प्यार जताने का इससे अच्छा तरीका कोई नहीं हो सकता! 🇮🇳💖